पहले फेज में 7 बजे तक 60.03% वोटिंग
लोकसभा चुनाव में पहले फेज के लिए मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ और शाम छह बजे तक चला। चुनाव आयोग के मुताबिक, शाम 7 बजे तक 60.03 फीसदी वोटिंग हुई। जिन बूथ पर 6 बजे के बाद भी वोटर्स की लाइन लगी थी वहां तय वक्त से आगे भी वोटिंग को जारी रही। इससे संभावना जताई जा रही कि वोटिंग पर्सेंट में आगे कुछ बदलाव आ सकता है। वहीं अलग-अलग राज्यों में शुक्रवार शाम 6 बजे तक के वोटिंग पर्सेंट देखें तो पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा वोटिंग दर्ज की गई। यहां 77.57 फीसदी मतदान हुआ। दूसरे नंबर त्रिपुरा रहा, जहां 76.10 फीसदी वोटिंग हुई। मेघालय में 69.91 फीसदी, मध्य प्रदेश में 63.25, तमिलनाडु में 62.08, यूपी में 57.54 फीसदी, बिहार में 46.32 फीसदी मतदान हुआ। महाराष्ट्र में 54.85, उत्तराखंड में 53.56, जम्मू-कश्मीर में 65.08, राजस्थान में 50.27, छत्तीसगढ़ में 63.41, असम में 70.77 फीसदी वोटिंग हुई। अरुणाचल में 64.07, नगालैंड 56.18, मिजोरम में 53.96, सिक्किम 68.06 फीसदी, मणिपुर 68.62 फीसदी, अंडमान निकोबार में 56.87, लक्षद्वीप में 59.02, पुडुचेरी में 72.84 फीसदी मतदान हुआ।
युवाओं, बुजुर्गों, नवविवाहित जोड़ों सभी में दिखा उत्साह
2024 के चुनावी रण में पहले फेज की वोटिंग के दौरान युवा मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। मतदान केंद्रों पर पहली बार मतदान करने वालों में विवाह परिधान में आए कई नवविवाहित जोड़े नजर आए। वहीं दिव्यांग लोग और स्ट्रेचर, व्हीलचेयर पर आए कुछ बुजुर्ग शामिल अपने मताधिकार के इस्तेमाल को लेकर एक्टिव नजर आए। पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान हुआ। इसके साथ ही 8 केंद्रीय मंत्रियों, विपक्ष के कई बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला वोटिंग मशीन में कैद हो गया। इन 102 सीटों पर कुल 1,625 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
ईवीएम में खराबी की भी आई शिकायतें
तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार और असम में कुछ बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में मामूली खामियों की शिकायत आई। असम में लखीमपुर के बिहूपुरिया में तीन मतदान केंद्रों, होजेई, कालियाबोर और बोकाखाट में एक-एक वोटिंग सेंटर और डिब्रूगढ़ के नहारकटिया में एक मतदान केंद्र से ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत दर्ज की गई। बाद में इन खामियों को दूर कर दिया गया। कुछ और जगहों से भी ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आईं, हालांकि, जल्दी इन्हें दूर कर लिया गया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से जुड़ी आशंकाओं को खारिज करते हुए लोगों को विश्वास दिलाया कि उनका वोट सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि ईवीएम शत-प्रतिशत सुरक्षित हैं क्योंकि बड़ी मात्रा में तकनीकी, प्रशासनिक और प्रक्रियात्मक सुरक्षा मानक अपनाए गए हैं।
मणिपुर में सबसे ज्यादा हिंसा, गोलियां भी चलीं
चुनाव के दौरान कुछ जगहों पर हिंसा की शिकायतें आईं। सबसे ज्यादा हिंसा की सूचना मणिपुर से आई। इनर मणिपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाले थोंगजु विधानसभा क्षेत्र में स्थानीयों और अज्ञात लोगों के बीच झड़प की खबरें आईं। मणिपुर में कुछ जगहों पर ईवीएम को नुकसान पहुंचाए जाने की भी खबरें आईं। उधर पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में सन्नाटा पसरा रहा। यहां अलग राज्य की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों के एक संघ ने अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया। इसके कारण लोग घरों में ही रहे।
बंगाल में भिड़े बीजेपी-टीएमसी कार्यकर्ता
पश्चिम बंगाल में कूचबिहार सीट पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ। तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने मतदान के पहले कुछ घंटों में चुनावी हिंसा, मतदाताओं को धमकाने और चुनाव एजेंटों पर हमलों संबंधी क्रमश: 80 और 39 शिकायतें दर्ज कराईं।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के लगाए IED में ब्लास्ट से जवान घायल
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर में मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों की ओर से लगाए गए एक आईईडी में विस्फोट होने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का जवान घायल हो गया। वहीं छत्तीसगढ़ में एक ग्रेनेड लॉन्चर के गोले में दुर्घटनावश ब्लास्ट होने से सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई।
छिंदवाड़ा में पोलिंग बूथ पर जमकर चले लाठी डंडे
मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर वोटिंग के दौरान लाठी-डंडे चलने की सूचना आई। बताया गया कि पोलिंग बूथ पर बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। दोनों से जमकर मारपीट हुई। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना छिंदवाड़ा के राजपाल चौक की बताई जा रही। वोटिंग के दौरान दिन में करीब 2 बजे के आस-पास पोलिंग बूथ पर कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला।
असम में EVM ले जा रही नाव नदी में डूबी
असम के लखीमपुर क्षेत्र में ईवीएम ले जा रही नाव नदी में पलट गई। घटना उस समय हुई जब एक गाड़ी पर ईवीएम को ले जाने की तैयारी थी। नदी पार करने के लिए ईवीएम लदी गाड़ी को नाव के जरिए उस पार ले जा रहे थे। इसी दौरान अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण नाव बह गई, जिसके चलते उस गाड़ी में रखी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पानी में आंशिक रूप से डूब गई। अधिकारी ने बताया कि गाड़ी का ड्राइवर और उसमें सवार चुनाव अधिकारी नाव पलटने से पहले ही उसमें से निकल गए। अधिकारी ने बताया कि सुबह जब मतदान शुरू हुआ तो एक ईवीएम में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिसे बदलने के लिए एक गाड़ी में ईवीएम लेकर सादिया से अमरपुर इलाके में जा रहा था। इसी दौरान ये घटना हुई।
यूपी- रामपुर में सपा कैंडिडेट से पुलिस की झड़प
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर वोटिंग हुई। इस दौरान रामपुर में सपा प्रत्याशी मोहिबुल्लाह नदवी की पुलिस से तीखी नोकझोंक हो गई। वहीं, मुरादाबाद के सपा सांसद एसटी हसन ने पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाया है। रामपुर से सपा उम्मीदवार मोहिबुल्लाह नदवी ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि खास वर्ग के मतदाताओं को पुलिस परेशान कर रही है। पूरे जिले से शिकायतें आई है। उनका यह वीडियो वायरल हो रहा है। मुरादाबाद से सपा सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने एक सब इंस्पेक्टर पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दरोगा ने ऑफिस में घुसकर उनके और स्टाफ से बदसलूकी की। एसटी हसन ने कहा कि मामले की शिकायत चुनाव आयोग और पुलिस-प्रशासन से की जाएगी।
कैराना में 2.5 फीट के अजीम मंसूरी ने पत्नी बूसरा संग की वोटिंग
कैराना में 2.5 फीट के अजीम मंसूरी ने अपनी पत्नी बूसरा के साथ शादी के बाद पहली बार मतदान किया। अजीम ने कहा कि वह मोहब्बत और भाईचारे के लिए वोट डालने आए हैं। मैं सिर्फ कैराना का विकास चाहता हूं। वहीं समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद लोकसभा के मुरादाबाद ग्रामीण के बूथ संख्या-360 पर फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया। पुलिस ने जवाब में कहा कि जनपद में मतदान निष्पक्ष और शांतिपूर्ण रहा। मतदान प्रक्रिया में कहीं कोई समस्या नहीं है।
मणिपुर में सबसे ज्यादा हिंसा, बंगाल से भी आई ऐसी खबरें
चुनाव के दौरान कुछ जगहों पर हिंसा की शिकायतें आईं। पश्चिम बंगाल में कूचबिहार सीट पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ। तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने मतदान के पहले कुछ घंटों में चुनावी हिंसा, मतदाताओं को धमकाने और चुनाव एजेंटों पर हमलों संबंधी क्रमश: 80 और 39 शिकायतें दर्ज कराईं। सबसे ज्यादा हिंसा की सूचना मणिपुर से आई। इनर मणिपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाले थोंगजु विधानसभा क्षेत्र में स्थानीयों और अज्ञात लोगों के बीच झड़प की खबरें आईं। मणिपुर में कुछ जगहों पर ईवीएम को नुकसान पहुंचाए जाने की भी खबरें आईं। उधर पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में सन्नाटा पसरा रहा। यहां अलग राज्य की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों के एक संघ ने अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया। इसके कारण लोग घरों में ही रहे।
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